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| पहिला मुजरा करतो राजाला | |||
| असा नाही कोणी दुजा जाहला | |||
| स्वराज्या ची शान आहे राजा | |||
| स्वराज्या ची शान आहे राजा | |||
| असा नाही दुजा जाहला | |||
| असा नाही दुजा जाहला | |||
| दुजा जाहला र जीर जी जीर जी जी | |||
| महाराष्ट्र गुलाम गिरित होता | |||
| तेव्हा शिवबा म्हणाला आउ साहेब | |||
| मी करीन स्वराज्य स्थापन | |||
| घेतली शपत अशी शिवबान | |||
| स्वराज्य करीन स्थापन | |||
| स्वराज्य करीन स्थापन | |||
| स्वराज्य करीन स्थापन | |||
| करीन स्थापन र जीर जी जीर जी जी | |||
| र जीर जी जीर जी जी | |||
| अरे हे स्वराज स्थापन करणे कुणा ऐर्या गैर्या च | |||
| काम नाही त्याला रक्त लागत मराठ्याच | |||
| आणि काळीज लागत वाघच | |||
| स्वराज्या साठी तो लढला | |||
| स्वराज्या साठी तो लढला | |||
| स्वराज्या साठी तो झटला | |||
| स्वराज्या साठी तो झटला | |||
| स्वराज्या साठी तो झटला | |||
| झटला र जीर जी जीर जी जी | |||
| र जीर जी जीर जी जी | |||
| स्वराज्याची शान | |||
| उभ्या महाराष्ट्राचा अभिमान | |||
| छत्रपती शिवरायांना मनाचा मुजरा | |||
| लाखो मोघल जरी आले | |||
| लाखो मोघल जरी आले | |||
| मागे कधी नाही हा हटला | |||
| मागे कधी नाही हा हटला | |||
| हटला र जीर जी जीर जी जी | |||
| र जीर जी जीर जी जी | |||
| आई जिजाऊ ची शिकवण होती याला | |||
| आई जिजाऊ ची शिकवण होती याला | |||
| अन्याय कधी नाही सहन केला | |||
| अन्याय कधी नाही सहन केला | |||
| आणि कोणावर करू हि नाही दिला | |||
| करू हि नाही दिला र जीर जी जीर जी जी | |||
| र जीर जी जीर जी जी | |||
| या जगात पहिला छत्रपती जाहला तोच | |||
| या महाराष्ट्राच्या मातीत | |||
| सयाद्रीच्या कुशीत जन्मला | |||
| मुजरा करतो मी राजाला | |||
| स्वराज्य स्थापन करणाऱ्या वाघाला | |||
| वाघाला र जीर जी जीर जी जी. | |||
| जय जय शिवराय | |||
| लेखक _ कवी | |||
| अजय घाटगे | |||
| २५.०२.२०१४ | |||
Tuesday, 25 February 2014
पहिला मुजरा करतो राजाला असा नाही कोणी दुजा जाहला Powada 2
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