तुझे भुलाने के लिये मै शायरी लिख रहा था
तुझे भुलाने के लिये मै शायरी लिख रहा था
लेकीन भुला नही पाया क्योकी
कबखत ये कलम हि तेरे नाम पे
चालता था..
अजय
तुझे भुलाने के लिये मै शायरी लिख रहा था
लेकीन भुला नही पाया क्योकी
कबखत ये कलम हि तेरे नाम पे
चालता था..
अजय
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