पहिला हि प्यार तुमसे हुआ सनम
ऐसे गुस्से देख के ठुकरा ना मुझे
जिंदगी मेरी इतनी हसीन हो
गयी तुमसे मिल के
ये लफ़्ज से कैसे
कहु जर तुम हि बता दो सनम .
लेखक_कवी
अजय घाटगे
ऐसे गुस्से देख के ठुकरा ना मुझे
जिंदगी मेरी इतनी हसीन हो
गयी तुमसे मिल के
ये लफ़्ज से कैसे
कहु जर तुम हि बता दो सनम .
लेखक_कवी
अजय घाटगे
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