मां तुही है मेरा साया इस जहा ने
जब जब मुझे ठुकराया तब तब तेरी
दुआ ने मुझे जिना सिखाया
मां तुही है मेरा साया
तुने हि मुझे जिना सिखाया..
लेखक_कवी
अजय घाटगे
जब जब मुझे ठुकराया तब तब तेरी
दुआ ने मुझे जिना सिखाया
मां तुही है मेरा साया
तुने हि मुझे जिना सिखाया..
लेखक_कवी
अजय घाटगे
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