Friday, 19 September 2014

शेर का जिगर रखता हु ...


मत देख पगले
मराठे कि औलाद हु
आंख मै आग
और
शेर का जिगर रखता हु ...

जय शिवराय
जय महाराष्ट्र
जय मराठा

लेखक-कवी
अजयसिंह....!

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