ना किसीके साहे
जिते है ना किसीके
भरोसे पे रहते है
हम तो शिव छत्रपती
राजा के शेर है
हम तो
हमारी काबीलीयत
पे जिते है ..
जय शिवराय
लेखक -कवी
अजयसिंह घाटगे
जिते है ना किसीके
भरोसे पे रहते है
हम तो शिव छत्रपती
राजा के शेर है
हम तो
हमारी काबीलीयत
पे जिते है ..
जय शिवराय
लेखक -कवी
अजयसिंह घाटगे
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